आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई लोगों को एक अच्छी रात की नींद (achchi raat ki nind) पूरी नहीं मिल पाती. नींद की कमी (nid ki kami) न सिर्फ थकान का कारण बनती है बल्कि कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं को भी जन्म देती है. अच्छी नींद के लिए कोई जादुई इलाज (jadui ilaj) भले ना हो, परन्तु कुछ आसान से तरीके जरूर अपनाए जा सकते हैं जिनकी मदद से आप रात में अच्छी नींद ले सकते हैं और पूरे दिन तरोताजा रह सकते हैं.
1. नींद का नियमित चक्र बनाएं (Nind ka Niyamit Chakra Banayen):
हमारा शरीर एक नियमित चक्र (niyamit chakra) में चलता है. इसीलिए अच्छी नींद के लिए सबसे जरूरी है कि आप सोने और जागने का एक निश्चित समय तय करें और उसे हर रोज, चाहे छुट्टी का दिन हो या दफ्तर का, उसी समय पर माने. ऐसा करने से आपका शरीर इस रूटीन में ढल जाएगा और रात को समय पर नींद आने लगेगी.
2. सोने से पहले की आदतें (Sone se Pehle Ki Aadat):
कई चीजें हैं जो नींद की गुणवत्ता (gunvatt) को प्रभावित करती हैं. सोने से कम से कम एक घंटा पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों (electronic upkaran) का इस्तेमाल बंद कर दें. मोबाइल, लैपटॉप या टीवी की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी (neeli roshni) नींद लाने वाले हार्मोन मेलाटोनिन (melatonin) के उत्पादन को रोकती है. इसके अलावा, सोने से पहले भारी भोजन (bhari bhojan) करने से भी बचें. कैफीन और शराब (sharab) का सेवन भी नींद में बाधा डाल सकता है.
3. सोने का वातावरण (Sone ka Vataavaran):
आपका सोने का कमरा (sone ka kamra) अंधेरा, शांत और आरामदायक (shांत aur aaramdayak) होना चाहिए. सोने से पहले कमरे का तापमान (kamre ka taapmaan) थोड़ा कम रखें. ज्यादा गर्मी या ज्यादा ठंड में नींद अच्छी नहीं आती. सोने के लिए गद्दे (gadde) और तकिए (takie) आरामदायक होने चाहिए.
4. सोने से पहले आराम की गतिविधियां (Sone se Pehle Aaram ki Gatividhiyaan):
सोने से पहले कुछ आराम की गतिविधियां करने से दिमाग को शांत करने और नींद के लिए तैयार करने में मदद मिलती है. आप सोने से पहले हल्का व्यायाम (vyayam), गुनगुना पानी से स्नान (nhaan), किताब पढ़ना (kitab padhna) या शांत संगीत सुनना आदि कर सकते हैं.
5. तनाव को कम करें (Tanav ko Kam Karen):
तनाव (tanav) अच्छी नींद की सबसे बड़ी दुश्मन है. अगर आप रोज़मर्रा के तनाव को दूर नहीं कर पा रहे हैं, तो योग (yog), ध्यान (dhyan) या गहरी सांस लेने के व्यायाम (gahri saans lene ke व्यायाम) करने से आपको फायदा होगा.
6. सुबह की धूप (Subah ki Dhoop)
सुबह की धूप (dhoop) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है. सुबह उठकर थोड़ी देर धूप में बैठना शरीर के प्राकृतिक नींद चक्र को नियमित करने में मदद करता है.
निष्कर्ष (Nishkarsh)
अच्छी नींद सेहत के लिए ही नहीं, मन और दिमाग के लिए भी बहुत जरूरी है. ऊपर बताए गए आसान तरीकों को अपनाकर आप अपनी नींद की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं और हर रात सुकून की नींद ले सकते हैं. अगर आपको नींद में किसी तरह की परेशानी हो रही है और यह परेशानी लंबे समय से बनी हुई है, तो.
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